इस मिशन के तहत छत्तीसगढ़ सरकार ने 2023 तक सभी घरों तक उच्च गुणवत्ता का शुद्ध पेयजल पहुँचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें जनभागीदारी सुनिश्चित किये जाने के लिए नाममात्र की अंशराशि प्रतिमाह जलापूर्ति के एवज में लिया जाना निश्चित किया गया है।
जल जीवन मिशन के बारे में
जल जीवन मिशन केंद्र सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य हर ग्रामीण घर में 2024 तक नल का पानी उपलब्ध कराना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में 15 अगस्त 2019 इस स्कीम को शुरू किया गया था ।
इस मिशन के तहत जिन इलाकों में स्वच्छ पीने योग्य पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां हर घर में पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाया जाएगा इस मिशन को सरकार ने हर घर जल योजना का नाम भी दिया है।
ऐसे लोग जिनके घर में पानी का कनेक्शन नहीं है वे सभी इस स्कीम के तहत लाभार्थी हैं।
इस योजना का क्रियान्वयन राज्यों के द्वारा किया जा रहा है, तथा केंद्र से प्राप्त अनुदान के अलावा मनरेगा, एसबीएम,पीआरआई को 15वें वित्त आयोग के अनुदान, सीएएमपीए कोष, स्थानीय क्षेत्र विकास निधि, जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के अभिसरण द्वारा उपलब्ध संसाधनों से योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है।
जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत प्रत्येक घर तक पेयजल पहुँचाने की योजना को तीन भागों में बांटा गया है।
1. पहले चरण में रेट्रोफिटिंग योजना में पूर्व से लागू नल जल योजना को ही परिवर्धित किया गया है, जिसमें पूरे राज्य में पूर्व से संचालित जल प्रदाय योजनाओं में ग्रामीण क्षेत्र में हर घर तक शुद्ध पानी पाईप लाईन से पहुँचाना सुनिश्चित किया जाएगा। पाईप लाइनों का संधारण कार्य किया जाएगा। जल वितरण व्यवस्था के लिये संचालन खर्च शुरुआती समय के लिये स्वीकृत योजना की 10 प्रतिशत राशि कार्पस फंड के रूप में केंद्र सरकार उपलब्ध करायी जा रही है। इसी तरह पंचायतों के माध्यम से योजना से लाभान्वित हितग्राहियों से सहयोग राशि एकत्र की जाएगी।
2. सिंगल विलेज योजना के अंतर्गत जिन ग्रामों में पूर्व से नल जल योजना लागू नहीं है, वहाँ पर उपलब्ध भू-गर्भ जल के लिए बोर, पाईप, पम्प, टंकी, वितरण लाईन, बिजली कनेक्शन, संचालन व्यवस्था बनाने शुरुआती खर्च के लिए फंड केंद्र राज्य सरकार मिल कर कर रही हैं।
3. तीसरे चरण में पेयजल संबंधी समस्या मूलक ग्रामों जहां भू-गर्भ जल प्रदूषित है, आर्सेनिक आयरन, फ्लोराइड जैसी अशुद्धि की समस्या है वहां फिल्टर प्लांट इत्यादि के लिए पेयजल हेतु समूह ग्राम योजना बनाई जा रही है।
जल जीवन मिशन रथ: जागरूकता रथ
मार्च माह में राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में जल जीवन मिशन रथ अर्थात “हर घर में नल, हर नल में जल” रथ का संचालन किया गया। इस मिशन रथ का उद्देश्य ग्रामवासियों को विभिन्न विषयों जैसे नल जल योजनाओं के कियान्वयन. संचालन एवं संधारण में ग्रामवासियों की भुमिका, पेयजल समिति का गठन, समिति में महिलाओं की भुमिका, जनसहभागिता, जल गुणवत्ता जांच, जल संरक्षण एवं संवर्धन एवं कोविड 19 से सुरक्षा हेतु शासन द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों जैसे मास्क एवं सेनेटाईजर का उपयोग एवं सामाजिक दुरी का पालन करने आदि पर जागरूक करना था।
जल जीवन मिशन रथ के माध्यम से ग्रामों में पेयजल के संरक्षण, संवर्धन एवं स्वपरीक्षण के लिए आम जनता को प्रेरित किया जाना है। यह रथ गांव–गांव घूमकर ग्रामवासियों के मध्य पेयजल को सुरक्षित रखने, पेयजल का दुरूपयोग रोकने तथा एफटीके (जल परीक्षण किट) के माध्यम से ग्राम पंचायत स्तर पर पेयजल का परीक्षण करने के लिए जन जागरूकता का कार्य करेगी।